UP: दूल्हा नहीं आया तो दुल्हन ने जीजा संग ले लिए फेरे, बलिया के बाद अब Jhansi के सामूहिक विवाह में 'खेला'
CM Mass Marriage scheme
झांसी। CM Mass Marriage scheme: उत्तर प्रदेश में गरीब कन्याओं के हाथ पीले कराने के लिए संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कुछ लोगों की मनमानी के आगे मखौल बनती जा रही है। कन्याओं को मिलने वाले उपहार की घटिया गुणवत्ता तो अक्सर चर्चा में आती रहती है, लेकिन इस बार ऐसा कारनामा कर दिया गया, जिससे योजना की मंशा पर ही सवाल उठने लगे हैं।
27 फरवरी को झांसी में राजकीय पालिटेक्निक परिसर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसके लिए पंजीकृत 168 जोड़ों के साथ उनके परिजन को भी बुलाया गया। कार्यक्रम के दौरान उस समय अजीब स्थिति पैदा हो गई, जब पंजीकरण सूची में दर्ज एक दूल्हा पक्ष नहीं पहुंचा।
आननफानन में कन्या पक्ष के ही एक व्यक्ति को उसकी जगह खड़ा कर शादी की औपचारिकताएं पूरी की गईं। विवाह होते ही कन्या ने मांग का सिंदूर पोंछ दिया। इससे कुछ लोगों को शक हुआ और उन्होंने पूछताछ की तो पता चला कि जिस व्यक्ति से लड़की की शादी की जा रही है, वह उसका जीजा है।
जीजा को दूल्हा बताकर निभाई रस्म
कन्या की शादी छतरपुर में तय हो गई थी और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सम्मेलन में शादी करना तय हुआ। इसके लिए आनलाइन पंजीकरण भी कराया गया। समय गुजरता जा रहा था, लेकिन वर पक्ष का एक भी सदस्य मौजूद नहीं था। तत्काल कन्या पक्ष ने लड़की के जीजा को दूल्हा बताकर विवाह की औपचारिकताएं निभायी। उसने स्वीकार किया कि उसे कुछ देर के लिए कन्या के साथ जोड़े के रूप में खड़ा होने को कहा गया था। वहीं, लड़की ने स्वीकार किया कि वर पक्ष के न आने से उसे यह कदम उठाना पड़ा।
कहा जा रहा कि विवाह में मिलने वाली राशि और उपहार के कारण कन्या पक्ष ने यह कदम उठाया। इस मामले में समाज कल्याण विभाग की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है, क्योंकि उसने उपहार देने के पहले वर का सत्यापन नहीं किया। जिला समाज कल्याण अधिकारी ललिता यादव का कहना है कि अगर कहीं गलत किया गया है तो जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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